NEW DELHI: केन्द्र सरकार ने एक अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को वैक्सीन देने का फैसला लिया है। गौरतलब हो वर्तमान में 60 साल के ऊपर और 45 वर्ष से 60 साल के बीच के गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही है।
इससे पहले सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को पहले चरण में वैक्सीन दिए जाने को मंजूरी दी थी। केंद्रीय मंत्री जावडेकर ने मंगलवार को कहा कि वैक्सीन लगाने के लिए 45 साल से ऊपर के व्यक्ति को एक अप्रैल से डॉक्टर का सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं है। यदि उम्र 45 से ऊपर है, तो उसे वैक्सीन मिलेगी।
जानकारी के मुताबिक केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक कर विशेष कार्य बल और वैज्ञानिकों की सलाह पर वैक्सीन संबंधी विषयों पर अहम फैसले लिए हैं। इसकी जानकारी केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने दी।
‘कोविशिल्ड’ को 4 से 8 सप्ताह के बीच कभी भी दिया जा सकेगा
कैबिनेट में हुई चर्चा और फैसलों की जानकारी के संबंध में उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से सभी 45 वर्ष से ऊपर की आयु के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके अलावा अब वैक्सीन की दूसरी खुराक खासकर ‘कोविशिल्ड’ को 4 से 8 सप्ताह के बीच कभी भी दिया जा सकता है।
अब तक 4.85 करोड़ लोगों को वैक्सीन के टीके लग चुके
वैक्सीन कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि यह अच्छा और तेज गति से हो रहा है। अब तक 4.85 करोड़ लोगों को वैक्सीन के टीके लग चुके हैं। 80,00,000 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज़ भी लग चुकी है।
पिछले 24 घंटों के दौरान 32 लाख से अधिक लोगों को लगा टीका
पिछले 24 घंटों के दौरान 32.54 लाख लोगों को टीका लगा है। फरवरी से लेकर अब तक दैनिक टीकाकरण में कई गुना इजाफा हुआ है। साथ ही जावडेकर ने कहा कि देश में कोरोना की वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम की धीमी गति को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। ~(PBNS)