CHANDIGARH: आज श्री चैतन्य गौड़ीय मठ सेक्टर 20, चण्डीगढ़ में चैतन्य गौड़ीय मठ के संस्थापक श्री माधव गोस्वामी जी महाराज की 42वीं पुण्यतिथि मनाई गई। गौड़ीय मठ मंदिर के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने ये जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर भक्तों ने श्री माधव गोस्वामी जी महाराज को भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मठ मंदिर के प्रबंधक बामन जी महाराज भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे भारतवर्ष में उत्तर से दक्षिण पूर्व से पश्चिम श्री माधव जी महाराज ने श्री कृष्ण भक्ति के प्रचार केंद्रों की स्थापना कर हजारों लोगों को कृष्ण भक्ति लहर में जोड़ा। उन्होंने अपना पूरा जीवन सनातन धर्म के प्रचार के लिए समर्पित कर श्री भक्ति सिद्धांत सरस्वती गोस्वामी ठाकुर जी से शिक्षा दीक्षा प्राप्त की थी।
उनका जन्म कांचन पाड़ा बंगाल में हुआ था। उनकी आकर्षक व्यक्तित्व एवं देविक मनमोहक छवि के कारण धर्म जाति रंगभेद को त्याग कर हजारों जन उनके शिष्य बन गए थे। उनका भक्तों को सिर्फ मूल संदेश यह था कि भवसागर से पार उतरने का एकमात्र उपाय चैतन्य महाप्रभु जी द्वारा प्रदत हरि नाम संकीर्तन है। आज के कार्यक्रम में मंगला आरती के पश्चात कथा प्रवचन संकीर्तन का यशोगान हुआ। बहुत बड़ी संख्या में भक्तों ने अपने इस महान संत को याद किया एवं पुष्पांजलि अर्पित की। तत्पश्चात सैकड़ों भक्तों ने भगवान को अर्पित प्रसाद भंडारे का आनंद लिया।