CHANDIGARH: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कृतसंकल्प है तथा इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश भर में पर्यावरण सुधार को केंद्रित कर कई मापदंड अपनाए जा रहे हैं तथा योजनाओं पर काम किया जा रहा है।
वे आज हरियाणा विधान सभा में राज्य के लिए वर्ष 2021-22 के लिए बजट अनुमान प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में हरियाणा के चार शहरी स्थानीय निकाय करनाल ,रोहतक ,पंचकूला और गुरुग्राम (1 लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में) देश के शीर्ष 100 शहरी स्थानीय निकायों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहरी स्थानीय निकाय हैं ।उन्होंने यह भी बताया कि नगर परिषद, चरखी दादरी को( 50 हजार से 1 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में )उत्तरी क्षेत्र में सबसे तेज गति से अग्रगामी शहर के लिए प्रथम रैंक से सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ठोस कचरे के शत-प्रतिशत संग्रहण ,कचरे को स्त्रोत पर ही अलग करने, परिवहन, प्रसंस्करण और निपटान पर विशेष ध्यान दे रही है । उन्होंने बताया कि प्रदेश के सोनीपत-पानीपत कलस्टर में 6.77 मेगावाट की क्षमता के कचरे से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्र का एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य जल्द खत्म हो जाएगा तथा अप्रैल 2021 तक इसके शुरू होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में नगर पालिका कचरे के विशाल डंपिंग के कारण बेकार पड़ी बहुमूल्य भूमि के पुन: सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश के 23 ऐसे स्थानों पर वर्ष 2022 तक कचरे की बायोरेमेडीएशन प्रक्रिया से सुधार किया जाएगा । इस प्रक्रिया से भू जल प्रदूषण और वायु में हानिकारक गैसों के उत्सर्जन को रोकने से पर्यावरण पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा ।