CHANDIGARH: पंजाब के सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री डा. राजकुमार वेरका ने आज कहा कि कथित स्कालरशिप घोटाले की जांच बहुत ही निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से की जा रही है और प्राथमिक रिपोर्टों के बाद पाँच अधिकारियों और कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि जिनके खि़लाफ़ चार्जशीट की गई है, उनमें डिप्टी डायरैक्टर परमिन्दर सिंह गिल, डीसीएफए चरणजीत सिंह, एसओ मुकेश भाटिया, सुपरडैंट रजिन्दर चोपड़ा और सीनियर सहायक राकेश अरोड़ा शामिल हैं।
डा. राजकुमार वेरका ने कहा कि कोई अन्य व्यक्ति भी यदि कथित पोस्ट-मैट्रिक एससी स्कालरशिप घोटाले में शामिल पाया गया, उसके खि़लाफ़ जल्द ही कार्यवाही की जायेगी और वह निजी तौर पर इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच को यकीनी बनाऐंगे। उन्होंने कहा कि एससी स्कालरशिप फंडों में हेर-फेर करने वाले कालेज जो रकम वापस करने में असफल रहे हैं, उनके विरुद्ध भी अब सख़्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को ऐसी संस्थाओं के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही शुरू करने और कार्यवाही की रिपोर्ट रोज़मर्रा के आधार पर उनके दफ़्तर भेजने के आदेश दिए हैं।
डा. वेरका ने कहा कि वह किसी भी स्तर पर अल्पसंख्यकों के साथ होने वाली बेइन्साफ़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसे मामलों में सख़्त कार्यवाही को निजी तौर पर यह यकीनी बनाऐंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज कल्याण स्कीमों के लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुँचाने के लिए वचनबद्ध है और जरूरतमंद लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।