CHANDIGARH: लोग कोरोना टैस्ट करवाने के लिए आगे आएं और घरेलू एकांतवास में कोविड-19 सम्बन्धी इलाज लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए पंजाब सरकार ने बुज़ुर्गों और सह-रोग वाले व्यक्तियों को मैडीकल प्रोटोकोल के अनुसार घरेलू एकांतवास का चयन करने की आज्ञा देकर घरेलू एकांतवास को काफ़ी आसान बना दिया है।
राज्य में अब तक तकरीबन 47,502 मरीज़ स्वस्थ हुए हैं और 10,006 घरेलू एकांतवास अधीन हैं। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य कोरोनावायरस के फैलाव पर काबू पाने के लिए बढिय़ा काम कर रहा है और मरीज़ों के ठीक होने की दर 81 प्रतिशत तक पहुँच गई है।
कोविड-19 के मामलों में 19 सितम्बर से निरंतर गिरावट दर्ज की गई है, जो 2696 से कम होकर 21 सितम्बर को 1411, 24 सितम्बर को 1711, 28 सितम्बर को 1269 और 29 सितम्बर को 1100 रह गए। उन्होंने कहा कि लोग अब पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों की पूरी ईमानदारी के साथ पालना कर रहे हैं और वह अपनी इच्छा से सरकारी अस्पतालों के टेस्टिंग कॉर्नरों में जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ज़्यादातर पंचायतें सरकार की नीति और रणनीति के समर्थन में प्रस्ताव भी पास किए हैं और टैस्ट करवाने का फ़ैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विनती किए जाने के उपरांत उन्होंने स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के लिए गाँवों में आने वाली मैडीकल टीमों को समर्थन दिया है।
सिद्धू ने कहा कि नमूने लेने की प्रक्रिया को आसान और मुश्किल रहित बनाने के लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में वॉक-इन-टेस्टिंग कॉर्नर स्थापित किए गए हैं और यह हिदायत की गई है कि टेस्टिंग के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इन्तज़ार का समय 15 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए। मंत्री ने बताया कि राज्य में अब तक 18,10,086 कोरोना टैस्ट किए गए हैं और मौजूदा समय में सिफऱ् 16,824 एक्टिव केस हैं।