गुरदासपुर से 16 किलो हेरोइन बरामद, तस्करों के लिए जम्मू बना नया अड्डा

पड़ोसी राज्य जम्मू से लायी जा रही थी खेप, जांच के बाद तथ्य आए सामने

CHANDIGARH, 02 JULY: गुरदासपुर जिले से 16 किलोग्राम हेरोइन की बड़ी खेप की बरामदगी से एक दिन बाद, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( आई. जी. पी.) बॉर्डर रेंज मोहनीश चावला ने शनिवार को बताया कि राज्य की भारत-पाक सरहद पर चौकसी बढऩे के उपरांत अब तस्करों की तरफ से पड़ोसी राज्य जम्मू और कश्मीर में से नशों की खेप लाने नया रास्ता बना लिया गया है। गुरदासपुर से 16 किलो हेरोइन की बरामदगी की जांच से यह पता लगा है कि गिरफ्तार किये गए व्यक्ति नशे की इस खेप को पंजाब में लाने के लिए जम्मू-पंजाब वाली नेशनल हाईवे का प्रयोग करते हैं। उन्होंने वर्चुअल प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह खेप दो टोयटा इनोवा क्रिस्टा कारों में विशेष तौर पर डिजायन किये डिब्बों में छुपा कर लायी जा रही थी। 

जि़क्रयोग्य है कि गुरदासपुर जिला पुलिस ने जम्मू वाली तरफ से आ रही दो इनोवा क्रिस्टा कारों को रोक कर 16.80 किलोग्राम हेरोइन (16 पैकटों में पैक) बरामद करके चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किये व्यक्तियों की शिनाख्त मनजिन्दर सिंह उर्फ मन्ना  ( 28), गुरदित्त सिंह उर्फ गित्ता ( 35) और भोला सिंह (32) वासी गांव चीमा कलां, तरन तारन और कुलदीप सिंह उर्फ गीवी उर्फ कीपा ( 32) वासी काजी कोट रोड तरन तारन के तौर पर हुयी है। पुलिस ने रजिस्ट्रेशन नंबर पी. बी 13बीएफ 7613 और पी. बी- 08सी. एक्स- 2171 वाली दोनों इनोवा क्रिस्टा कारों को भी जब्त कर लिया है। इस सबंधी थाना दीनानगर में एन. डी. पी. एस. एक्ट की धारा 21सी, 27-ए 25 और 29 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। 

आई. जी. पी. मोहनीश चावला ने बताया कि पुलिस ने इस माड्यूल के सरगना मलकीत सिंह निवासी तरन तारन के गांव चीमां कलां को भी नामजद कर लिया है, जिसने इस 16 किलोग्राम की खेप को हासिल   करने के लिए अपने चार साथियों को जम्मू भेजा था। मलकीत, जो पहले भी इसी तरह का ढंग इस्तेमाल करके लगभग पांच बार ऐसी खेपों की कार्यवाही को अंजाम के चुका है, के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत तीन केस दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि मलकीत को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। 

आईजीपी ने कहा कि जांच के दौरान पंजाब में इतने दिनों से प्रचलित अंतरराज्यीय तस्करी के लिए इस्तेमाल किये जाते ढंग का खुलासा हुआ है, जिसमें सरगनाह जम्मू स्थित तस्करों के साथ बातचीत करने के लिए वर्चुअल नंबरों का प्रयोग करते थे। आई.जी.पी. बॉर्डर रेंज ने कहा, ‘जम्मू वाली तरफ से पंजाब तक नशों की तस्करी का यह तीसरा ऐसा मामला है जो एक साल से भी कम समय में सामने आया है, जिसमें तस्करों ने एक ही ढंग इस्तेमाल किया है।’’ 

जि़क्रयोग्य है कि पठानकोट पुलिस ने इस साल फरवरी महीने पुलिस थाना सुजानपुर की सीमा के अंदर 12 किलो हेरोइन की भारी बरामदगी के ऐसे दो मामले दर्ज किये गए थे। इसी तरह अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने पिछले साल अगस्त महीने थाना क_ूनंगल की सीमा के अंदर से 21 किलो हेरोइन समेत 1. 9 करोड़ रुपए की ड्रग मनी बरामद की थी। 

जि़क्रयोग्य है कि नशों की तस्करी को अंजाम देने का यही ढंग जिला पुलिस गुरदासपुर की तरफ से गई एफआईआर नंबर 76, 16 अगस्त, 2022 की जांच के दौरान भी सामने आया था जब पुलिस की तरफ से काली थार जीप और क्रेटा हुंडयी समेत वाहनों की चैकिंग करने के उपरांत उनमें भी इसी तरह के गुप्त खोखों (कार की पिछली सीट के नीचे छुपाऐ) का प्रयोग किया गया था। गुरदासपुर पुलिस की तरफ से दोनों वाहन जब्त कर लिए गए हैं और तीन मुलजिमों को भी गिरफ्तार किया गया है हालांकि कोई भी रिकवरी नहीं हुयी थी।

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