अब मोहाली के ग्रामीण क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखेंगे 154 सीसीटीवी कैमरे

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने पुलिस स्टेशन, सांझशक्ति हैल्पडैस्क का किया उद्घाटन

CHANDIGARH: पंजाब के बच्चे, महिलाएं और बुज़ुर्ग नागरिक लोक-समर्थकी पहुँच के अंतर्गत अब आसानी से पुलिस के पास अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं, क्योंकि पंजाब पुलिस द्वारा राज्य भर के पुलिस थानों के पास के समूचे सांझ केन्द्रों में ‘सांझशक्ति हैल्पडैस्क’ स्थापित किए गए हैं।  इस बात का प्रगटावा करते हुए डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब दिनकर गुप्ता ने आज एस.ए.एस. नगर में पुलिस स्टेशन फेज़ 11 की इमारत और सांझ केंद्र में नए ‘सांझशक्ति हैल्पडैस्क’ समेत कई प्रतिष्ठित प्रोजैक्टों का उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा कि समाज के कमज़ोर वर्गों के लिए सुरक्षित और उपयुक्त वातावरण मुहैया करवाने के लिए विशेष ज़ोर दिया जा रहा है, जिससे वह अपनी शिकायतें और चिंताओं को बिना किसी झिझक के पुलिस के साथ साझा कर सकें। इस मौके पर डीजीपी के साथ पंजाब पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन (पीपीएचसी) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरैक्टर एम.के. तिवाड़ी आईपीएस भी मौजूद थे। जि़क्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्ग नागरिकों के लिए पंजाब पुलिस की सांझशक्ति हैल्पडैस्क पर ‘181’ ग़ैर-एमरजैंसी हेल्पलाइन की शुरूआत की गई थी।

डीजीपी ने रुरल सीसीटीवी प्रोजैक्ट का वर्चुअल तौर पर उद्घाटन भी किया, जिसके अंतर्गत जि़ले के ग्रामीण क्षेत्र में महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थानों पर अपराध की पहचान और नागरिकों की सुरक्षा के लिए 1 करोड़ रुपए की लागत के साथ 154 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन प्रोजैक्टों के उद्घाटन के उपरांत श्री गुप्ता ने 14 पुलिस अधिकारियों, जिन्होंने पंजाब पुलिस महिला मित्र (पीपीएम) पोर्टल पर अधिक से अधिक शिकायतें दर्ज की हैं, को प्रशंसा पत्र सौंपे। उन्होंने इस दौरान 7 पुलिस मुलाजि़मों के बच्चों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने खेल और शैक्षिक क्षेत्र में नाम कमाया है और इसके साथ ही उनकी तरफ से सहायक स्टाफ को बड़ी सेवाएं निभाने के लिए भी सम्मानित किया गया।

डीजीपी दिनकर गुप्ता द्वारा 2 करोड़ रुपए की लागत के साथ एक एकड़ ज़मीन में स्थापित नए थाने की इमारत का दौरा करते हुए कहा कि इस दो मंजि़ला थाने में ग्राउंड फ्लोर पर एसएचओ रूम, मुंशी कक्ष, लॉक अप, आर्मरी, मालखाना और आम लोगों के लिए वेटिंग एरिया जबकि पहली मंजिल पर डाइनिंग/रसोई की सुविधा के अलावा एन.जी.ओज़ के बैरक समेत आई.ओज़ के कमरे और रिहायशी क्षेत्र भी हैं।

उन्होंने नए बने पुलिस थानों के लिए वॉटर कूलर, वॉटर फि़ल्टर, रेफ्रीजरेटर आदि ज़रूरी चीज़ें भी दीं। डीजीपी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर किरायेदार की पहचान और संदिग्ध की पहचान के लिए एक नवीनतम और आधुनिक सॉफ्टवेयर लॉन्च करने के लिए एस.ए.एस. नगर पुलिस की सराहना की।

उन्होंने वरिष्ठ पुलिस कप्तान (एसएसपी) सतीन्दर सिंह को इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए कहा, जिससे यहाँ किराए की रिहायशों में रहने वाले लोग अपने आप को आसानी से रजिस्टर करवा सकें। इस दौरान ए.डी.जी.पी. कम्युनिटी अफेअर्ज़ डिविजऩ और महिला एवं बाल मामले गुरप्रीत कौर दिओ ने सोहाना में चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस थाने का उद्घाटन भी किया।

यह पंजाब पुलिस द्वारा एनजीओ बचपन बचाओ आंदोलन के साथ साझी पहलकदमी के ज़रिये खोला गया ऐसा दूसरा पुलिस थाना है। एडीजीपी दो ने बताया ऐसा पहला थाना जुलाई 2020 से फतेहगढ़ साहिब में मंडी गोबिन्दगढ़ में सफलतापूर्वक चल रहा है। ए.डी.जी.पी. दो ने बताया इन थानों का मंतव्य पुलिस थानों में आने वाले बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करना है।

इस मौके पर बाल कल्याण समिति एस.ए.एस. नगर के चेयरमैन और मैंबर, जि़ला और सैशन जज (सेवा मुक्त) जगरूप सिंह और एन.जी.ओ बचपन बचाओ आंदोलन के नुमायंदे भी मौजूद थे।

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