CHANDIGARH: हरियाणा में टिड्डियों के कहर को नियंत्रित करने और इनके कारण फसलों को होने वाले नुकसान को रोकने के उद्देश्य से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा हिसार और महेंद्रगढ़ जिलों में दो ड्रोन की तैनाती की जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर इन ड्रोनों को अन्य प्रभावित क्षेत्रों में भी तैनात किया जा सकता है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने ड्रोन तैनात करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में हवाई छिडक़ाव करने के लिए 10 लीटर की न्यूनतम पे लोड क्षमता और प्रतिदिन कम से कम चार घंटे की उड़ान संचालन क्षमता के साथ पांच और ड्रोन लगाने के लिए निविदा जारी की गई है। इन ड्रोनों को विभाग द्वारा आवश्यकतानुसार खेतों, सामुदायिक भूमि, रेत के टीलों, पेड़ों की टहनियों, कीकरों या किसी अन्य प्रभावित क्षेत्र में छिडक़ाव के लिए तैनात किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि बोली दस्तावेज https://etenders.hry.nic.in पर 11 अगस्त, 2020 को सायं 5 बजे तक उपलब्ध रहेंगे। धरोहर राशि 10 अगस्त को बाद दोपहर 3 बजे तक जमा करवाई जा सकती है और तकनीकी बोली 12 अगस्त को प्रात: 11 बजे खोली जाएगी। वित्तीय बोली की तिथि और समय की घोषणा बाद में की जाएगी। कौशल ने बताया कि विभाग द्वारा टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। इनमें कीटनाशक लाम्डा साइलोथ्रिन 5 ईसी की अतिरिक्त मात्रा को स्टॉक करना, ट्रैक्टर चालित स्प्रे पंप तैनात करना और फॉगिंग मशीनें लेना शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक उपायों के चलते 26 जून से अब तक झज्जर, चरखी दादरी, पलवल, सिरसा, नूंह, रेवाड़ी, भिवानी और नारनौल जिलों में टिड्डी हमलों के दौरान अधिकांश क्षेत्रों में उल्लेखनीय नुकसान को रोका जा सका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग द्वारा स्थिति की करीब से निगरानी की जा रही है। उन्होंने प्रभावित जिलों में किसानों से आग्रह किया कि वे सतर्क रहें और अगर उन्हें कहीं भी टिड्डियां दिखाई देती हैं तो इसकी सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।