CHANDIGARH: पंजाब के सरकारी स्कूलों के स्टूडैंट्स को राज्य सरकार की तरफ से मुफ्त स्मार्ट फोन देने की स्कीम लागू हुए अभी दो ही दिन बीते हैं कि जालसाजी करके लोगों को ठगने वाले एक्टिव हो गए। पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने इसको लेकर आज लोगों को सचेत किया कि वह ‘पंजाब स्मार्ट कनैक्ट स्कीम’ के अधीन मुफ्त में स्मार्टफोन देने का वादा करने वाले ऑनलाइन ठगों के झांसे में न आएं।
फोन के लिए कोई सरकारी वैबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी नहीं
व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो रहे फर्जी संदेशों का गंभीर नोटिस लेते हुए सिंगला ने कहा कि ‘पंजाब स्मार्ट कनैक्ट स्कीम’ सिर्फ सरकारी स्कूलों के 12वीं कक्षा के छात्र व छात्राओं के लिए है और उनको सरकारी स्कूलों में दाखि़ले के आधार पर मुफ्त में स्मार्ट फोन मुहैया करवाए जा रहे हैं। इसलिए अन्य लोगों को ऐसी स्कीम के दायरे में लाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसी कोई वैबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भी शुरुआत नहीं की है, जिस पर स्मार्टफोनों के लिए रजिस्ट्रेशन हो रहे हों। उन्होंने ऑनलाइन ठगों को साइबर क्राइम रोकथाम कानूनों के अधीन गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है। उन्होंने लोगों से कहा है कि मोबाइल संदेश या व्हाट्सएप के द्वारा फैलाए जा रहे ऐसे संदेशों और यूआरएल लिंक पर क्लिक न करें, जहां सरकार द्वारा मुफ्त स्मार्टफोन देने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा गया हो।
मोबाइल फोन हैक होने की संभावना
सिंगला ने सचेत किया है कि ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेश पर क्लिक करने से आपके मोबाइल फोन का कंट्रोल साइबर अपराधियों के हाथ में जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे ग्राफिक्स में पंजाब के मुख्यमंत्री की तस्वीर और ‘कैप्टन स्मार्टफोन डिस्ट्रीब्यूशन स्कीम 2020’ शीर्षक के नीचे रजिस्ट्रेशन के लिए प्रोफार्मा दिया गया है, जिससे सावधान रहने की ज़रूरत है। शिक्षा मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वह ऐसे संदेशों, यूआरएल लिंक्स से पूरी तरह सचेत रहें और अगर किसी के पास ऐसा संदेश आता भी है तो इसको आगे अन्य लागों को न भेजा जाए, बल्कि तुरंत डिलीट कर दिया जाए।