भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं वर्षगांठ पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
CHANDIGARH: भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं वर्षगांठ पर आज चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता है।
बंसल ने कहा कि आज के ऐतिहासिक दिन राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत छोड़ो आंदोलन का शुभारंभ किया था, जिसमें महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, आचार्य नरेंद्र देव, गोविंद बल्लभ पंत, सरोजिनी नायडू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद आदि शामिल रहे तथा यूसुफ मेंहरोली द्वारा भारत छोड़ो का नारा दिया गया और इसी आंदोलन में महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा देते हुए पूरे भारत में सभी जाति, धर्म व समुदाय को एक साथ लेकर देश में अंग्रेजों के खिलाफ एक ज्वाला जलाई लेकिन अंग्रेजी हकूमत ने इन आंदोलनकारियों को जेलों में डाल दिया परंतु युवा नेतृत्व ने इस आंदोलन को रुकने नहीं दिया। बंसल ने कहा कि आज भी मौजूदा हुकूमत के खिलाफ एक बड़े सत्याग्रह का माहौल देखने को मिल रहा है,क्योंकि हर वर्ग दुखी है। बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश में त्राहि-त्राहि मची हुई है।
देश के युवा, किसान, छात्र कर रहे हैं बड़े सत्याग्रह की तैयारी: छाबड़ा
इस अवसर पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि आज के सत्ताधारियों ने भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया था। बाबजूद तब देश आजादी के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा था। आज छात्र अच्छी शिक्षा, फीस माफी के लिए सत्याग्रह पर चलने की तैयारी कर रहे हैं। युवा रोजगार पाने के लिए व किसान फसल की लागत के लिए सत्याग्रह की तैयारी कर चुका है, क्योंकि गूंगी-बहरी बीजेपी सरकार पर पूर्व के आंदोलनों का कोई असर नहीं हुआ। लोगों का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। सरकार की कोई जवाबदेही नहीं दिख रही है।