CHANDIGARH: सैक्टर-17 प्लाजा पर आज चंडीगढ़ की सामाजिक संस्थाओं ने निर्भया की स्मृति में बेटियों की सुरक्षा लिए सामूहिक संकल्प लिया। इस मौके पर आर्य समाज की ओर से अजय शर्मा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मुद्दे नहीं, मुद्दों के पीछे के कारणों को जाना होगा। मूल में ही भूल खत्म करनी होगी। जब भारतीय सभ्यता में नारी को ऊंचा दर्जा प्राप्त है तो फिर बेटियों के प्रति बढ़ते अपराधों का क्या कारण है? क्यों बेटियों को केवल मात्र उपभोग की वस्तु समझा जा रहा है?
उन्होंने कहा कि जो सभ्यता महिलाओं को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती, उसका विनाश निश्चित है। अब भी जाग गए, जाग कर सजग हो गए और कार्रवाई शुरू की तो हम बच सकते हैं। अजय शर्मा ने कहा कि बेटियों को आज अपने ही भाइयों, सगे-सम्बधियों, सहपाठियों, सहकर्मियों से ही अधिक खतरा है, क्योंकि यह एक विचारधारा है, जो महिलाओं को कमजोर मानकर अपना रूप दिखाती है। महिलाओं को मीडिया आइटम की भांति पेश करती है, छेडख़ानी के अपराध को मनोरंजन की तरह दिखाया जाता है। बालीवुड के गीत, फिल्में, नाटक, वेब सीरीज आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
अजय शर्मा ने कहा कि दशकों के इस प्रयास से महिलाओं के प्रति आपराधिक प्रवृत्ति की स्वीकार्यता बढ़ी है। अब हम सबको हर मतभेद को दूर कर महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक साथ इकट्ठा होकर संकल्प लेना होगा। उन्होंने कह कि चंडीगढ़ भारतवर्ष का नारी सम्मान में मार्गदर्शन कर सकता है। पहली शुरुआत अपने घर से ही करनी होगी। अजय शर्मा ने कहा कि आज हम चंडीगढ़ के लोग इसकी शुरुआत कर रहे हैं। हम बेटियों के साथ हो रहे रेप, छेड़छाड़ और किसी भी अपराध के खिलाफ बिना किसी जाति, सम्प्रदाय के मतभेद के न्याय के लिए लड़ेंगे। इसके लिए सभी अपने विचार, अपनी सलाह और अपने-अपने तरीकों से अपने-अपने संगठनों और व्यक्तिगत प्रयासों के बारे में बताएं, ताकि भविष्य के लिए एक नीति तैयार की जाए।
अजय शर्मा ने कहा कि महिलाएं हमारी आन, बान, शान हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए तो युद्ध लड़े गए हैं। श्रीराम ने महिलाओं के सम्मान के लिए रावण को कुल समेत समाप्त कर दिया था। श्रीकृष्ण ने अपनी बहन के चीर अर्थात सम्मान को तार-तार करने के लिए ही कौरवों को दण्ड दिलवाया था। यह धर्म भी है, पुरुष और महिला समाज का अभिन्न अंग हैं। एक-दूसरे का सम्मान और सुरक्षा हमारा कत्र्तव्य कर्म है। हम सब प्रशासन के साथ मिलकर अपराधों को रोकने में सहयोग करें।
अजय शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ में चल रहे हर केस का संज्ञान लेना होगा। इस मौके पर सेक्टर-38 वेस्ट में नाबालिग बेटी के साथ हुए अन्याय, मनीमाजरा में 14 साल की बच्ची से रेप, सेक्टर-19 में एडवोकेट रितु शमा के परिवार द्वारा दी गई शिकायत, जिसमें अभी तक कुछ नहीं किया गया समेत चंडीगढ़ में महिलाओं के साथ हुई कई घटनाओं पर चर्चा हुई।