ANews Office: कोई भी कलाकार जब अपनी कला के प्रति पूरी तरह समर्पित हो और मन में सर्वश्रेष्ठ करने की जिद लेकर कुछ अलग करने की ठान ले व जुनून की हद तक उसे पूरा करने में लग जाए तो उसके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं रह जाता है। हैदराबाद की रामागिरि स्वारिका इसकी मिसाल हैं। रामागिरि स्वारिका नेे सूक्ष्म से सूक्ष्म चीजों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर माइक्रो आर्ट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है।
150 घंटे लगे इस काम में रामागिरि स्वारिका को
आज तेलंगाना में रामागिरि स्वारिका माइक्रो आर्टिस्ट के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। इन दिनों रामागिरि स्वारिका अपनी एक नई कलाकृति को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने 4,042 चावलों पर पूरी श्रीमद् भागवत गीता लिख दी है। रामागिरि स्वारिका का कहना है कि 4,042 चावलों पर पूरी श्रीमद् भागवत गीता लिखने में उनको 150 घंटे का समय लगा। माइक्रो आर्टिस्ट रामागिरि स्वारिका लॉ की पढ़ाई कर रही हैं। साथ ही साथ वह अपनी इस कला के लिए भी समय निकालकर कुछ न कुछ नया करने में लगी रहती हैं।
2,000 से अधिक सूक्ष्म कलाकृतियां बना चुकीं स्वारिका
माइक्रो आर्टिस्ट रामागिरि स्वारिका बताती हैं कि वह अब तक 2,000 से अधिक सूक्ष्म कलाकृतियां बना चुकी हैं। वह मिल्क आर्ट, कागज़ पर नक्काशी, तिल के बीज पर ड्राइंग आदि भी करती हैं। न्यूज एजैंसी ANI ने इस जानकारी के साथ माइक्रो आर्टिस्ट रामागिरि स्वारिका तथा उनके नए काम की तस्वीरें ट्वीटर पर शेयर की हैं, जो काफी पसंद की जा रही हैं।
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