CHANDIGARH: चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा दिव्यांग लोगों के लिए चौथा“ क्षमता दिवस’ कार्यक्रम के तहत “Building Back Togetherness” का आयोजन मलोया स्थित स्नेहालय में किया। इस कार्यक्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव महावीर सिंह नेमुख्यातिथि और बलरामजी दास टंडन चैरिटेबल और फाउंडेशन के चेयरमैन संजय टंडन ने विशेष अतिथि के रूप में लिया भाग लिया।
“Building Back Togetherness” का मतलब है, अलग-अलग तरह के बच्चों के लिए एक दुनिया, उनके लिए समावेशी, जवाबदेह और टिकाऊ दुनिया का निर्माण करना। कार्यक्रम CCPCR के चेयरपर्सन हरजिंदर कौर के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था। समारोह में शहर के विभिन्न विशेष स्कूलों के 12 बाल नायकों को सम्मानित किया गया। इन छात्रों ने शैक्षणिक, खेल और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय उपलब्धियों का प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर स्व बलराम जी दास टंडन चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैनसंजय टंडन ने उपस्थित बच्चों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी संस्था समाज सेवी संस्था है और उनके पिता छत्तीसगढ़ के राज्यपाल स्व बलराम जी दास टंडन की प्रेरणा का परिणाम है कि अभी तक संस्था 34 बार रक्तदान शिविर का आयोजन कर चुकी है और प्रत्येक मंगलवार को पी जी आई में गरीब लोगों के लिए भंडारे का आयोजन करती आरही है।
उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी के समय में भी 10 वर्ष की आयु से कम गरीब बच्चों को घरों में रह कर शिक्षा प्राप्त करने के लिए निःशुल्क 70 से भी अधिक कंप्यूटर वितरित किये गए। घर से मास्क बनाने की कवायद को उन्होंने लोगों के बीच जन जागरण अभियान बनाया और अपने कपडा व्यापारी मित्रों के सहयोग से 1 लाख से भी अधिक मास्क बनवा कर वितरित किये। उन्होंने अपने घर में जो सम्मान के रूप में उनको गमछे, पटका और सिरोपा प्राप्त हुए थे उनको भी इस काम के लिए लगा दिया था। कोविड ने हमें विभिन्न नए तरीके दिखाए जिनसे हम जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए, महावीर सिंह ने कहा कि सकारात्मक सोच ही सफलता के लिए एकमात्र उपाय है और इनबाल नायकों ने अपनी शारीरिकबाधाओं के बावजूद सिद्ध किए गए सही सोच और दिशा से सब कुछ किया जा सकता है। CCPCR में बाल अधिकारों के प्रति विभिन्न नागरिकों द्वारा किए गए निस्वार्थ कार्य को मान्यता देने की परंपरा है।
कार्यक्रम के एक भाग के रूप मेंबाल अदालत का आयोजन किया गया था, जहाँ विभिन्न बाल अधिकार संगठनों, तब्बसुमडीसीपीयू, राजेश्वर सिंह एसएलएसए, रजनी कपूरशिक्षा विभाग और जे.एस.जयारा नेत्रहीन संस्थान ने अलग-अलग बच्चों से संबंधित मामलों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।
CCPCR की सदस्य पूजा पूँछी ने धन्यवाद करते हुए कहा कि हम शहर के विशेष संस्थानों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हैं। उनका निस्वार्थ योगदान यह सुनिश्चित करेगा कि हम एक समुदाय और देश के रूप में सभी नागरिकों के सहयोगी विकास और विकास के लिए समावेशी हों।