CHANDIGARH: राज्य से अवैध खनन की समस्या के मुकम्मल ख़ात्मे का प्रण करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को खनन सम्बन्धी एक सीनियर पुलिस अधिकारी की कमांड अधीन अतिरिक्त पुलिस बल के साथ इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट का गठन करने का ऐलान किया।
राज्य के खजाने की योजनाबद्ध ढंग से की गई लूट को न सिफऱ् उत्साहित करने बल्कि अवैध खनन को सरपरास्ती देने के लिए पिछली अकाली-भाजपा सरकार पर बरसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने चार सालों में खनन के राजस्व को नियमित किया है, जोकि पिछले दौर में ख़त्म हो गया था, अब बड़े स्तर पर अवैध खनन पर नकेल कसी गई है। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने सरकार संभाली थी तो उस समय खनन से राजस्व केवल 35 करोड़ रुपए सालाना था, जोकि अब 250 करोड़ रुपए तक बढ़ गया है, जिसमें 215 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार के 10 सालों में 2150 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले साल बिना किसी कथित राजनैतिक दखलअन्दाज़ी के कानून सख़्ती के साथ लागू किये और अब अवैध खनन को रोकने के लिए माईन्ज़ और मिनरलस (डिवैल्पमैंट और रैगूलेशन) एक्ट 1957 और पंजाब माइनर मिनरल रूल्ज, 2013 की धाराओं को लागू करने के लिए और सख़्ती के साथ पेश आया जायेगा। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में लिप्त होने वालों के लिए इन कानूनों के अंतर्गत 5 साल की कैद और 5 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर जुर्माना लगेगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आगे कहा कि जिस तरह राज्य में नशों की कुरीती पर नकेल कसने के लिए एस.टी.एफ. को सफलता मिली है, उसी तरह खनन संबंधी इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट भी इन कानूनों का सख़्ती से पालन को यकीनी बनाएगा।
मुख्यमंत्री, विधानसभा में बजट सैशन के दौरान राज्यपाल के भाषण सम्बन्धी धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। गुरूवार को डॉ. राज कुमार वेरका द्वारा लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव को सदन द्वारा सर्वसम्मति के साथ पास कर दिया गया।
बहबल कलां और कोटकपूरा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और पुलिस गोली कांड में शामिल सभी दोषियों को सजाएं दिलाने के अपने प्रस्ताव पर जोर देते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सदन को बताया कि उनकी सरकार द्वारा इस मामले की जांच के लिए गठित आयोग की सिफारिशों के अंतर्गत अब तक 5 पुलिस और सिविल अधिकारियों की पहचान करके कानूनी कार्यवाही करने के लिए नामजद किये गए हैं, जबकि 5 व्यक्तिों को अदालत ने दोषी करार दिया है। उन्होंने खुलासा किया कि विधान सभा द्वारा पास प्रस्ताव के मुताबिक इस मामले की स्वतंत्र जांच के लिए एक विशेष जांच टीम भी गठित की गई थी।
मुख्यमंत्री आगे कहा कि उनकी सरकार ने बढ़ाई गई एक करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता और नौकरी भी पीडि़त परिवारों के सदस्यों को मुहैया करवाई है। पिछली सरकार पर करारी चोट करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 28 महीनों के दौरान घटी बेअदबी की 85 घटनाओं में से 57 मामले हल कर दिए गए हैं, जबकि पिछली अकाली -भाजपा सरकार के समय 132 घटनाएँ घटी और इनमें केवल 66 ही हल हो सकीं।
नशों के खिलाफ जंग की सफलता के लिए सख्ती से लागू किये कानून के राज की पीठ थपथपाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में से नशे की सप्लाई लाईन सफलतापूर्वक तोड़ दी है और राज्य में पूर्ण तौर पर अमन-शान्ति और भाईचारक सांझ और सांप्रदायिक सदभाव कायम है। इसके बिना सरहद पार से सुरक्षा की बढ़ती चुनौती के बावजूद जुर्म के ग्राफ में कमी आई है।
अपराधियों के गिरोहों के विरुद्ध शुरू की सख्त कार्यवाही का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने बताया कि 2687 गैंगस्टरों और अपराधिक गिरोहों के सदस्यों को गिरफ्तार गया है जबकि उनकी तरफ से सरकार के सत्ता संभालने से लेकर अब तक 227 श्रेणीबद्ध गैंगस्टरों को निष्क्रीय किया गया। इसके इलावा 37 आतंकवादी समूह काबू किये गए, 221 आतंकवादी गिरफ्तार किये गए, 10 ड्रोन जब्त किये गए जबकि 1928 गैर-कानूनी हथियार और 38 हथगोले बरामद किये गए। उन्होंने आगे कहा कि 26 विदेशी साजिशकर्ताओं को भी पहचाना गया है।
अपनी सरकार की पिछले 4 सालों की कुछ खास प्राप्तियां गिनवाते हुये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बताया कि उनकी सरकार ने ठोस कदम उठाते हुये बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की कोशिशों को दोगुना करके राज्य की खत्म हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के हितों, पानी और अधिकारों की सुरक्षा करने के लिए उनकी सरकार की तरफ से सभी सख्त प्रयास लगातार किये जा रहे हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इसके बिना राज्य में रोजगार सृजन करना की निरंतर तरक्की के अलावा महिलाएं, युवकों, दिव्यांग, अनुसूचित जातियों और समाज के अन्य अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण करना भी उनकी सरकार की प्राप्तियों में शामिल है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि साल 2019-20 के दौरान पंजाब को श्री गुरु नानक देव जी के 550साला शताब्दी, महान सिख योद्धा बाबा बन्दा सिंह बहादुर की 350 साला जन्म शताब्दी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 150 साला जन्मदिन, शिरोमणि भगत नामदेव जी की 750 साला जन्म शताब्दी और श्वेतांबर तेरा पंथ के 10वें प्रमुख आचार्य श्री महाप्रज्ञा की जन्म शताब्दी मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।