सिर्फ भूख लगने पर ही खाना चाहिए, बढ़ती उम्र के साथ कम मात्रा में खाएं: डॉ. खादर
CHANDIGARH: करोना वायरस जैसे कई वायरस आते ही रहते हैं ,सरकार व वैज्ञानिकों को वैक्सीन या इलाज ढूंढने के साथ साथ सभी वारयस से लड़ने के अति आवश्यक प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की जागरूकता पर ध्यान देना आवश्यक है। यूएसए की करोना से बुरी हालत अमेरिका के नागरिकों की कमजोर इम्युनिटी ही रही है। डॉ. खादर वली ने आज” हेल्थी फ़ूड फार हेल्थी लाइफ “लाइव सेशन में पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एचके खरबंदा के साथ चण्डीगढ़वासियों से जुड़े हुए थे ।
मिलेट मैन आफ इंडिया डॉ. खादर वली ने चीनी ,चावल,गेहूं, मांसाहार, डेयरी उत्पादों को त्याग कर मोटे अनाज यानी श्रीधान्य मिलेट्स अपनाने का संदेश दिया। डॉ. खरबंदा के पूछने पर डॉ खादर ने सुबह सूर्य की पहली किरणों में सुर्य नमस्कार , सैर या फिर किरणों के बाद दिन की शुरुआत कोडो की 500 एम एल अम्बली ,व घर का बना अचार के साथ कर के किसी भी श्रीधान्य मिलेट के पुलाव , पोरिज या रोटी का सेवन करें , दिन भर छाछ, नारियल पानी , सलाद या फल खा सकते हैं, शाम को फिर से मिलेट्स ले सकते है। खादर का कहना है कि सिर्फ भूख लगने पर ही खाना चाहिए व बढ़ती उम्र के साथ कम मात्रा में खाएं । वहीं डॉ खरबंदा ने कहा कि गम्भीर से गम्भीर बीमारी से निजात पाने के लिए श्रीधान्य मिलेट्स के सेवन से 6 से 24 महीनों में सभी दवाओं से भी छुटकारा पा सकते हैं।