खेलो इंडिया से जाते-जाते खिलाड़ियों ने हरियाणा सरकार और फिजियोथेरेपिस्ट का किया धन्यवाद
CHANDIGARH, 13 JUNE: खेलो इंडिया से जाते-जाते खिलाड़ी हार और जीत की खट्टी-मिट्ठी यादें साथ लेकर जा रहे हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान करीब साढ़े 11 सौ खिलाड़ी चोटिल हुए। इन खिलाड़ियों के लिए फिजियोथेरेपिस्ट सहारा बने उनका तत्काल इलाज किया। महज 38 खिलाड़ी ही ऐसे थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। खेलो इंडिया से जाते हुए खिलाड़ियों ने हरियाणा सरकार और इस इवेंट में तैनात फिजियोथेरेपिस्ट का धन्यवाद किया है।
ताऊ देवीलाल स्टेडियम में फिजियोथेरेपिस्ट की टीम को लीड कर रही डॉ. रजनी बतरा ने बताया कि खेलो इंडिया के दौरान सबसे ज्यादा 160 खिलाड़ी हैंडबॉल में चोटिल हुए। इसके बाद कुश्ती और हॉकी में 135-135 खिलाड़ियों को चोट लगी। डॉ. रजनी ने बताया कि बास्केटबॉल में 109, वालीबॉल में 105, जुडो में 94, जिम्नास्टिक में 71, खो-खो में 47, थांग-ता में 46, मलखंभ में 42, बॉक्सिंग में 40, एथलेटिक्स में 32, कलारिपट्टू में 28, वेटलिफ्टिंग में 19, बैडमिंटन में 18, फुटबॉल में 18, गतका में 12, तैराकी में 12, योगासन में 8, कबड्डी में 8 और आर्चरी में 6 खिलाड़ी चोटिल हुए।
डॉ. रजनी ने बताया कि ज्यादातर खिलाड़ियों को उनके इवेंट के दौरान चोट लगी, जिसके बाद उन्हें फिजियोथेरेपी दी गई। ऐसे में उन्होंने दोबारा गेम खेला और कुछ खिलाड़ियों ने मेडल भी जीते। खिलाड़ी खेलो इंडिया से जाते-जाते हरियाणा सरकार और फिजियोथेरेपिस्ट का धन्यवाद करते हुए लौटे हैं।